मैं आवारगी
शनिवार, 5 फ़रवरी 2011
:)
ये ख्वाहिशें भी मेरी ही तरह आवारा निकली ,
सिर्फ आसमान ही देखा, सरहदें नहीं देखी!!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें